Home News Business

चचेरा भाई ही निकला आठ साल की मासूम के साथ दरिंदगी का आरोपी, पुलिस की बड़ी सफलता 48 घंटे में पुलिस ने किया खुलासा

Banswara
चचेरा भाई ही निकला आठ साल की मासूम के साथ दरिंदगी का आरोपी, पुलिस की बड़ी सफलता 48 घंटे में पुलिस ने किया खुलासा
@HelloPratapgarh - Banswara -

प्रतापगढ़ (छोटीसादड़ी) जिले के छोटीसादड़ी उपखंड क्षेत्र में आठ साल की मासूम के साथ दरिंदगी मामले का पुलिस ने महज 48 घंटे में खुलासा कर के बड़ी सफलता को हासिल किया है। मासूम के साथ दरिंदगी की करने के मामले में मासूम के साथ दरिंदगी और बेहरमी से हत्य करने के मामले में उसी के चचेरे भाई को गिरफ्तार किया है। उदयपुर रेंज के आईजी बिनीता ठाकुर ने छोटीसादड़ी पुलिस थाने में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर घटना का खुलासा किया है। मासूम के परिजन ने पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कर बताया था कि शुक्रवार की रात को उसका चचेरा भाई मारवाड की तरफ बकरीया खरीदने गया हुआ था। पीछे से उसके घर पर उसकी पत्नी और बच्चें थे। वहां उसकी 8 साल की मासूम पुत्री को रात को अज्ञात दरिंदा अपने साथ मे लेकर चला गया। मासूम की परिजनों ने आस पास के गांव और रिश्‍तेदार के यहां फोन करके पता किया। लेकिन उसका कोई पता नही चला। इसके बाद रिपोर्ट पर पुलिस मामले दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया। इस दौरान दरिंदा पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
 
पुलिस ने ऐसे किया मामले का खुलासा
एसपी चुनाराम जाट ने बताया कि पुलिस टीम ने अपहरणकर्ता की तो उसकी मां ने बताया की वो रात को खाना खाकर उसके बच्चो के साथ मे घर में सोई थी। उसकी दोनों बडी पुत्रीयां ऊंचे खाट के पास ही दूसरे खाट पर सो रही थी। रात करीब 12 बजे उसकी बड़ी पुत्री ने बताया कि उसके साथ में सोए उसकी छोटी पुत्री वहां नहीं है। इस पर उसने उसकी पुत्री की आसपास तलाश की लेकिन कोई पता नहीं चल पाया। उसके बाद थाना अधिकारी रविंद्र प्रताप सिंह और में मौके पर निरीक्षण कर पुलिस की अलग-अलग पुलिस की टीमें गठित की तथा अपहरणकर्ता की तलाश के लिए रवाना किया। इस दौरान टीम ने आसपास खेतों में कुओं को खंगाला। इस दौरान बालिका का शव पास ही बिना मुंडेर के करीब 40 फीट कुआं में पड़ा मिला। पुलिस ने ग्रामीणों की सहायता से मासूम का शव कुएं से बाहर निकाला। मासूम के साथ हुई बर्बरता पूर्वक दरिंदगी को देखकर पुलिस के भी होश उड़ गए। उसके बाद पुलिस ने बालिका के शव को पोस्टमार्टम कराने के लिए छोटी सादड़ी चिकित्सालय में लाया गया। शनिवार को पुलिस ने मासूम के शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सुपुर्द कर दिया। उसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मासूम के परिवार के कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। बालिका के अंतिम संस्कार के दौरान उसका चचेरा भाई मौके पर नहीं था तथा घटना के बाद से ही आसपास छुप रहा था। पुलिस ने घनश्याम से मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की तो उसने जुर्म स्वीकार कर लिया।

मासूम बहन की रेप करते समय दया भी नही आई दरिंदे भाई को
पुलिस पूछताछ में मासूम के दरिंदे भाई ने बताया कि वह अपनी मां के साथ सो रही मासूम बहन को रात के समय अपहरण कर एक कुए की तरफ ले गया। वहां दरिंदे ने मासूम के साथ दरिंदगी की। 8 साल की मासूम खूब चीखी-चिल्लाई, लेकिन दरिंदे को थोड़ा सा भी उसके ऊपर रहम नहीं आया। दरिंदगी करने के बाद उसने उसका गला दबाकर हत्या कर दी ताकि वह किसी को उसकी काली करतूत नहीं बता सके। उसके बाद वह मासूम बहन के शव को घसीट कर कुए की तरफ ले गया। करीब 40 फीट गहरे सूखे कुए में उसके शव को फेंक वहां से निकल कर इधर-उधर छुपता रहा लेकिन उसकी कारगुजारी आखिरकार पुलिस के हाथ लग गई और उसे सलाखों के पीछे आना पड़ा।

आईजी के सामने फफक पड़ी पीड़िता की मां
घटना का खुलासा करने पहुंची उदयपुर रेंज के आईजी विनीत ठाकुर जब मेघपुरा गांव स्थित घटनास्थल पर पहुंची तो पीड़िता मासूम की मां आईजी ठाकुर के सामने फफक-फफक कर रोने लगी। रोते हुए उसने आईजी को बताया कि उसकी बेटी को तो दरिंदे ने छीन ली लेकिन बेटी की आत्मा की शांति के लिए प्रशासन राक्षस रूपी दरिंदे को फांसी की सजा दे ताकि कोई भी ऐसा घिनौना कृत्य करने की हिम्मत ना करे। साथ ही उन्होंने बताया कि गांव में अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दें तथा उन्हें अपराध से लड़ने के लिए प्रेरित करें। इस दौरान कुछ महिलाएं भी यहां पहुंच गई।उन्होंने आईजी को बताया कि मासूम बालिका तो आज इस दुनिया में नहीं रही लेकिन उसके हत्यारों को फांसी की सजा हो। इस पर आई जी ठाकुर ने महिलाओं एवं ग्रामीणों को दरिंदे को कठोर सजा देने का आश्वासन दिया।

आईजी ठाकुर ने घटना स्थल का किया निरीक्षण
घटना का खुलासा करने के दौरान रेंजर आईजी विनीता ठाकुर एसपी चुनाराम जाट डीवाईएसपी कैलाश चंद बोरीवाल छोटी सादड़ी पुलिस उपाधीक्षक पर्वत सिंह जैतावत थाना अधिकारी रविंद्र प्रताप सिंह के साथ मेघपुरा गांव पहुंची। यहां उन्होंने पीड़िता के घर तथा घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण भी किया इस दौरान उन्होंने पुलिस अधिकारियों से मासूम के दरिंदों को कठोर से कठोर सजा देने के लिए निर्देश दिए।

कांस्टेबल सुरेश जाट ने निभाई अहम भूमिका
इस घटना में पुलिस की अलग-अलग टीमें अपहरणकर्ता की तलाश कर रही थी। इस दौरान कॉन्स्टेबल सुरेशचंद जाट ने भी अपने मुखबिर तंत्र के माध्यम से अपहरणकर्ता की तलाश के लिए गांव के कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस के हाथ दरिंदे की गिरेबान तक ओपहुंचने की अहम भूमिका निभाई। पुलिस कांस्टेबल सुरेशचंद्र जाट इससे पहले भी विभिन्न मामलों में आरोपियों को पकड़ने में शरीर सराहनीय भूमिका निभाई थी।

मौके पर डटे रहे एसपी जाट
घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी चुनाराम जाट भी जिला मुख्यालय छोड़कर घटना स्थल पर पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ जमे रहे। एसपी जाट ने दरिंदे के गिरेबान तक पुलिस के हाथ पहुंचने के लिए पुलिस अधिकारियों और जवानों हौसला अफजाई करते रहे।आखिरकार पुलिस ने दरिंदे को धर दबोचा।

आईजी ठाकुर बोली, पूरी पुलिस टीम होगी सम्मानित
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आईजी विनीता ठाकुर ने बताया कि इस मामले का खुलासा करने के लिए एसपी चुनाराम जाट के नेतृत्व में पुलिस दिन रात जुटी रही। सभी ने इस मामले में दरिंदे को गिरफ्तार करने में अहम भूमिका निभाई है। अजीत ठाकुर ने पूरी पुलिस टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की है। साथ ही उन्होंने बताया कि जरूरत पड़ने पर सराहनीय कार्य करने वाले पुलिस अधिकारियों और पुलिसकर्मियों को पदोन्नति भी दी जाएगी।

ये थी पुलिस की टीम
मामले की गंम्भीरता को देखते हुए पुलिस ने उच्चाधिकारीयों को अवगत कराते हुए एसपी चुनाराम जाट,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक  अशोक कुमार मीणा के निर्देशानुसार पुलिस उपाधीक्षक परबतसिह जैतावत पुलिस उप अधीक्षक के सुपरविजन में थानाधिकारी रविन्द्र प्रताप सिह के नेतृत्व में अपहरणकर्ता की तलाश करने के लिए महिला यौन उत्पीडन निवारक प्रकोष्ठ प्रतापगढ के प्रभारी कैलाशचन्द्र बोरीवाल, उपनिरीक्षक रामनिवास भवरसिह, तेन्द्रसिह, जोगाराम, महिपालसिह, सुरेशचन्द्र जाट, मनरूप, मुकेश, हनुमानराम, महेशचन्द्र टीम लगातार इस मामले के सराहनीय भूमिका निभाई।

शेयर करे

More news

Search
×