जिला अस्पताल में अव्यवस्था : सड़क पर ही दिया प्रसूता ने बच्चे को जन्म, जिला अस्पताल में डाक्टर के बेतुके जवाब का असर
सरकारी चिकित्सालय में प्रसूताओं की देखभाल, सुरक्षा और कार्मिकों का मरीजों के प्रति व्यवहार की क्या स्थिति है, इसकी बानगी जिला चिकित्सालय प्रतापगढ़ में देखी जा सकती है। बदहाली का शिकार प्रसूता ने जीवन और मौत से जूझते हुए बुधवार को सड़क किनारे बच्चे को जन्म दिया।
गनीमत रही कि तत्काल एंबुलेंस से उसे अस्पताल ले जाया गया अन्यथा प्रसूता और बच्चे की जान को खतरा हो सकता था। प्रसूता की मां ने पीएमओ डॉ. ओपी दायमा को निजी एंबुलेंस चालक द्वारा भ्रमित करने की शिकायत की। पीएमओ ने पुलिस को अवगत कराया।
पुलिस ने प्रसूता की मां की शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी है। प्रसूता की मां धापू ने बताया कि वे प्रतापगढ़ जिले के कैरवास गांव में रहती है। उसकी पुत्री रामी पत्नी भंवरलाल मीना की ससुराल बरड़िया खुर्द मनोहरगढ़ तहसील प्रतापगढ़ में है। प्रसव कराने के लिए रामी अपनी मां के घर आई हुई थी। धापू ने बताया कि रात को तेज प्रसव पीड़ा होने पर वह अपनी पुत्री को लेकर जिला चिकित्सालय पहुंची। बुधवार अलसुबह करीब 3.33 बजे पुत्री रामी को भर्ती करा दिया गया।
चिकित्सक से टका सा जवाब तो किया निजी चिकित्सालय का रुख
धापू ने बताया कि सुबह करीब 10 बजे डॉ. मनीष शर्मा के वार्ड में राउंड पर आने के दौरान उन्हें पुत्री की गायनी संबंधी समस्या से अवगत कराया। इस पर डॉ. द्वारा कहा गया कि बेटी का दुख तुम ले लो। डॉ. से ऐसा जबाव सुनकर मां क्षुब्ध हो गई और चिकित्सालय के बाहर खड़े निजी एंबुलेंस चालक मनीष साहू को बुलाकर एक निजी चिकित्सालय ले चलने को कहा।