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विधायक गणेश घाेगरा और निव. जिलाध्यक्ष दिनेश खाेड़निया आमने सामने

Dungarpur
विधायक गणेश घाेगरा और निव. जिलाध्यक्ष दिनेश खाेड़निया आमने सामने
@HelloPratapgarh - Dungarpur -

राजनीती : सुरपुर घटनाक्रम के चौथे दिन पहली बार अपनी ही पार्टी के नेताओं के खिलाफ विधायक गणेश घोघरा का विवादित बयान

खाेड़निया : हमारे हारने वाले दाे नेताओं के भड़काने पर अभी घाेगरा विचलित हैं

घाेगरा: यह सब कराने वाले खाेड़निया ही हैं, रिमोट कंट्रोल बनाना चाहते हैं


डूंगरपुर | जिले में कांग्रेस पार्टी में सियासी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। घाेगरा एक के बाद एक कर अपने ही दल के नेताओं के खिलाफ खुलकर आ रहे हैं। एक दिन पहले कांग्रेस के साेशल मीडिया ग्रुप में पूर्व विधायक व विधायक ने एक दूसरे पर वार किया। अब डूंगरपुर विधायक गणेश घाेगरा ने इस मामले में सामने आते हुए कांग्रेस के निवर्तमान जिलाध्यक्ष दिनेश खाेड़निया पर गंभीर आराेप लगाए। इन बयानाें के बाद वागड़ की राजनीति में कांग्रेस की गुटबाजी खुल कर सामने आई। उदयपुर में चिंतन शिविर यानि नव संकल्प शिविर के बाद इस तरह सियासी हमले की वागड़ समेत प्रदेश में काफी चर्चा है। शुक्रवार काे विधायक ने एक के बाद एक गंभीर आराेप लगाए हैं। पत्रकार वार्ता में आराेप लगाने सवाल के जवाब में कहा कि इस पूरे मामले से मुख्यमंत्री काे अवगत कराऊंगा कि पूरे उदयपुर संभाग में क्या खेल चल रहा है। वहीं जिलाध्यक्ष दिनेश खाेड़निया ने कहा कि मुझ पर लगाए आराेप निराधार है। गणेश घाेगरा जी भावुक आदमी हैं। वे अभी विचलित हैं आैर हमारे ही दल के लगातार हारने वाले दाे नेताओं के भड़काने से। मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष तक बात पहुंचाई है। पत्रकार वार्ता के दाैरान उप जिला प्रमुख सुरता परमार, डूंगरपुर प्रधान कांतादेवी, जिला परिषद सदस्य व पंचायत समिति सदस्य शामिल रहे।


विधायक गणेश घाेगरा
}आराेप : सभी अधिकारी कर्मचारी दिनेश खाेड़निया के कहने पर लगते हैं। हमकाे टारगेट किया जाता है। एक एमएलए काे रिमोट कंट्रोल बनाना चाहते हैं। एक एमएलए काे अपने यहां पर धाेक लगवाना चाहते हैं। मेरे गले में पट्टा डालना चाहते हैं। मैं रिमोट कंट्रोल से चलने वाला नहीं हूं। मैं गुलामी की राजनीति नहीं करुंगा।
जवाब : तीन साल में एक भी लेटरपैड नहीं लिया। घाेगरा स्वयं इस बात के गवाह हैं। सरकार ने विधायक के कहने पर ट्रांसफर किए। घाेगरा खुलकर बताए कि इनसे कितने काम करवाएं, हमेशा पूरा सम्मान किया है।


} आराेप : मैैं खाेड़निया का खुल कर विरोध करता हूं। उन्होंने कांग्रेस काे ताेड़ने का काम किया है। संभागीय आयुक्त, कलेक्टर, एसपी, खाेड़निया की शाम 7 बजे से सुबह 4 बजे तक की काॅल डिटेल निकाली जाए। अगर मैंने ताला लगाया ताे मुझे सजा हाे।
जवाब : सारे आराेप निराधार हैं। मेरा पास एक ही नंबर है। चाहे ताे तीन दिन की फाेन की जांच करा लें। इनकाे अपनी बात मीडिया के सामने रखने के बजाय प्रदेश अध्यक्ष व हाई कमान के सामने रखनी चाहिए।


} आराेप : खाेड़निया साेचते हैं कि वही सब कुछ हैं। मैं चाहूं उसकाे लगा सकता हूं व फंसा सकता हूं। फाेटाे खींचा कर राज करना चाहते हैं। कांकरी डूंगरी में भी इन्होंने ही उपद्रव कराया। इसकी सीबीआई जांच हाेनी चाहिए, इनका हाथ है।
जवाब : कांकरी डूंगरी से मेरा काेई लेना देना नहीं है। जहां व जिससे जांच कराना चाहे, करा ले। मैं किसी की सिफारिश नहीं करता हूं। 40 साल से राजनीति में हूं। पार्टी ने मुझ पर विश्वास किया, इसलिए जिम्मेदारी मिली।


} आराेप : खाेड़निया कहते हैं कि मेरी टिकट कटवा देंगे, टिकट कटवा देना, काेई फर्क नहीं पड़ता है। जनता मेरे साथ है।
जवाब : तीन दिन पहले तक विधायक के साथ मिल कर काम किया है। इस तरह की भाषा मैंने नहीं बाेली है।


एक भी कार्यकर्ता काे टिकट दिलाने के लिए नहीं कहा, तीन दिन पहले सभी नेता एक मंच पर थे
जिलाध्यक्ष का जवाब : कांग्रेस काे मजबूत करने का काम किया है। अभी काेई चुनाव नहीं है। किसी एक भी कार्यकर्ता काे टिकट दिलाने के लिए नहीं कहा। कभी ट्रांसफर की राजनीति में नहीं पड़ा। सभी अधिकारी विधायक की मर्जी से लगे हैं। प्रतापगढ़ विधायक से काेई लेनादेना नहीं है। बीटीपी की पैदाइश पुराने नेताओं के परिवारवाद के कारण हुई है। नए चेहरे का माैका नहीं दिया। इसका खामियाजा चौरासी व सागवाड़ा काे उठाना पडा। दाेवड़ा उपचुनाव में नए लाेगाें काे माैका मिला ताे आदिवासी कांग्रेस के साथ आए। तीन दिन पहले सभी नेता एक मंच पर थे।

विधायक बाेले-मैं ताला बंद करते दिखा क्या, प्रशासन के पास काेई सबूत हाे ताे बताएं
विधायक घाेगरा ने कहा कि पिछले दाे दिन से चल रहा है कि विधायक ने ताला लगाया, बंधक बनाया। मैं प्रशासन से कहना चाहता हूं कि काेई प्रूफ हाे ताे बताए। मैं ताला बंद करते दिखा क्या। मेरे से पहले ही ताला लगा दिया था। लाेगाें के साथ ताे बैठना पड़ेगा। जिस प्रकार कलेक्टर व एसपी ने सीएम काे रिपोर्ट भेजी है, विधायक ने ताला बंद किया है। तहसीलदार काे रात डेढ़ बजे एडीएम उठा कर ले जाते हैं। एेसी क्या आवश्यकता पड़ गई। क्या मैं आतंकवादी था। मैं देश के छाेड़ कर भाग रहा था।


खाेड़निया पूरे संभाग में कहते हैं कि एक-एक विधानसभा में 4-4 विधायक खड़े किए, टिकट तक दिलाया : घाेगरा
आराेप : यह सब कराने वाले जिले के निवर्तमान जिलाध्यक्ष दिनेश खाेड़निया हैं। वह पूरे संभाग में कहते हैं कि मुझसे पूछे बिना एक सुई भी नहीं हिलती है। इन्होंने एक-एक विधानसभा में 4-4 विधायक खड़े कर दिए। वह उनकाे टिकट दिलाने की बात करते हैं। सबकाे लड़ाने का काम, कांग्रेस कमजोर हाेने का कारण यह है। पूरे संभाग में आदिवासियों काे लड़ाने का काम किया। बीटीपी व युवा भ्रमित हाेने कारण यही है। इनकी वजह से प्रतापगढ़ विधायक रामलाल परेशान हैं। सभी लाेग परेशान हैं।

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