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हेलो बांसवाड़ा पर जानिए...जिले का सबसे बड़ा ट्रैक और रोप वे, वन विभाग 2 करोड़ में बना रहा लव-कुश वाटिका

Banswara
हेलो बांसवाड़ा पर जानिए...जिले का सबसे बड़ा ट्रैक और रोप वे, वन विभाग 2 करोड़ में बना रहा लव-कुश वाटिका
@HelloPratapgarh - Banswara -

हेलो बांसवाड़ा पर जानिए...जिले का सबसे बड़ा ट्रैक और रोप वे वन विभाग 2 करोड़ में बना रहा लव-कुश वाटिका

बांसवाड़ा. शहर से सटे भंडारिया के जंगल में वन विभाग लव-कुश वाटिका बना रहा है। यहां जिले का सबसे लंबा 4.50 किमी का ट्रैक बनने जा रहा है। जिसमें साढ़े तीन किमी का ट्रैक तो तैयार भी हो चुका है। वन विभाग का दावा है कि यहां एक्यूप्रेशर वाला ट्रैक तैयार किया जाएगा। सरकार की ओर से 2 करोड़ रुपए का बजट पारीत किया गया है। जिसमे अभी तक 95 लाख रुपए मिल गए हैं। जिसमे अभी वाटिका को बनाने में 86 लाख रुपए खर्च हो चुके हैं। अभी इस वित्तीय वर्ष के लिए  45 लाख रूपये और मांगे गए जिससे इस वर्ष 31 मार्च तक वाटिका पर कार्य किया जाएगा, बाकि पैसा अगले वित्तीय वर्ष में मिलेगा कार्य करने के लिए। 

वन विभाग के इन दावों की हकीकत जानने के लिए हेलो बांसवाड़ा की टीम खुद पहुंची मौके पर...आप भी देखिए कैसे बन रही है लव-कुश वाटिका...


 4.50 किमी के इस ट्रैक में बच्चों के लिए झूले, रोप-वे सहित कई सुविधाएं भी होंगी। लव कुश वाटिका के विकसित हाेने के बाद जिले काे एक सुंदर पर्यटन स्थल प्राप्त हाेगा। यहां ट्रैक के दोनों ओर अलग से छायादार पोधे  (नीम, अर्जुन, बड़, पीपल, गूलर, चिरमी,‎ गूगल, बांस आदि  ‎) लगाए गए हैं, जिसमें मनोरंजन के कई साधन संसाधन उपलब्ध के साथ खुबसुरत पेड़-पाैधाें भी हाेंगे। इस वाटिका के 4.5 किलोमीटर का ट्रैक में से 3.50 किलोमीटर का ट्रैक बनकर तैयार हाे चुका है।  भ्रमण पथ पर चलने के दाैरान‎ जगह-जगह साइनिंग बाेर्ड लगे हाेंगे साथ ही पेड़ों पर क्यूआर कोड भी लगेगा जिससे उस पेड़ की जानकारी आप अपने मोबाइल पर क्यूआर कोड को स्कैन करके प्राप्त कर सकेंगे। साथ ही वाटिका का एक प्रमुख खासियत यह रहेगी कि इसके बनने के बाद पहाड़ी पर 20 से 30 फीट ऊंचाई पर गजिफा बनाया जाएगा। जिससे पूरा शहर ही नहीं, बल्कि आसपास 25 से 30 किमी दूर के नजारे देखे जा सकेंगे। जिसमें गेमन पुल, माही बांध, नंदनी माता की पहाड़ी, जगमेरू हिल्स, कलेटीया भेरवजी, खोडियार माताजी, तालाब  सहित कई राेचक नजारे देखने काे मिलेंगे। इस जंगल की खासबात यह है कि यहां जंगली जानवरों का कोई खतरा नहीं है, इसलिए यहां पर नाइट कैंप भी कर सकेंगे।

बच्चों के लिए चिल्ड्रन जाॅन खास हाेगा


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बच्चों का चिल्ड्रन जाॅन


बच्चों के लिए वाटिका में अलग से चिल्ड्रन जाॅन बन रहा है, जिसके लिए विभाग ने करीब 18 लाख रुपए खर्च करेगा। जिसमें बच्चों के लिए विभिन्न प्रकार के झूले और साथ ही राेचक एडवेंचर एक्टिविटीज शामिल की जाएंगी। जिसमें बच्चे मनोरंजन और एडवेंचर कर सकेंगे।

सुरक्षा व्यवस्था‎ के गार्ड चाैकी का निर्माण किया जायेगा, 24 घंटे तैनात रहेंगे गार्ड

सुरक्षा व्यवस्था‎ बेहतर बनाए रखने के वाटिका के प्रवेश द्वार के पास‎ ही गार्ड चाैकी का निर्माण किया जायेगा, जहाँ 24‎ घंटे गार्ड मौजूद रहेंगे। ये लाेगाें काे प्लास्टिक वेस्ट ना‎ लाने, पेड़-पाैधाें काे नुकसान न करने, पाैधाें काे‎ ताेड़ने से मना करने के साथ ही वाटिका में पशु ना‎ घुसे इसका पूरा ध्यान रखेंगे।

औषधीय पाैधाें के लिए वाटिका में 3 ब्लाॅक तैयार किए जाएंगे

वाटिका में 500 औषधीय पाैधाें के लिए 3 ब्लाॅक तैयार किए जाएंगे। वाटिका में पहले से स्थित बांस के पेड़ाें काे और अधिक खुबसुरत दिखाने के लिए उनके चाराें तरफ बाउंड्री बनाकर अंदर अच्छी क्वालिटी की मिट्टी डाली जा रही है। जिससे अगली बारिश में उगने वाले बांस पूरी तरह से सीधे और हरे रंग में पनपेंगे। जिससे वाटिका की और भी खुभसुरती बढ़ेगी।

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