सड़कों पर आफत की सफेद चादर, बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि ने बढ़ाई किसानों की चिंता
पश्चिमी विक्षोभ के कारण पलटे मौसम से कांठल में भी दोपहर बाद अंधड़ के साथ ओलावृष्टि हुई। इससे रबी की पकी फसल जमींदोज होने से किसानों के मुंह को आया निवाला छीन गया है। शहर समेत कई इलाकों में ओलावृष्टि के कारण ओलों की चादर बिछ गई। तेज अंधड़ के साथ बारिश और ओलावृष्टि से खेतों में पकी फसलें खत्म हो गई। अफीम के डोडे टूटकर खेतों में बिछ गई है। ऐसे में किसानों के अरमानों पर पानी फिर गया है। हालत यह हो गई है कि गेहूं की फसल खेतों में ही खत्म हो गई है। खेतों में फसलें चौपट हो गई है। किसानों के सामाने अब खाने का अनाज की समस्या हो गई है।
प्रदेश में बिगड़े मौसम के कारण दोपहर बाद से तेज हवा और बारिश का दौर शुरू हुआ। इसके साथ ही करीब पांच मिनट तक ओले भी गिरे। कई इलाकों में नींबू के आकार के ओले भी गिरे है। जिस के कारण खेतों में फसलें आड़ी पड़ गई है। अफीम का दूध भी डोडों से बह गया है। डोडे टूटकर खेतों में गिर गए है। खेतों में कटी और पकी फसलें नष्ट हो गई है।