प्रतापगढ़ : जिला जेल पंहुचे न्यायाधीश, किया निरीक्षण, कैदियों से जाने हाल
प्रतापगढ़। राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष जिला जज आलोक सुरोलिया और प्राधिकरण सचिव लक्ष्मीकांत वैष्णव द्वारा जिला मुख्यालय पर स्थित जिला कारागृह में विभिन्न विधिक जानकारियां प्रदान की। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव - लक्ष्मीकांत वैष्णव ने जानकारी देते हुए बताया कि जेल स्टाॅफ की मदद से ऐसे कैदियों के संबंध में जानकारी प्राप्त की, जिनके पास पैरवी के लिए अधिवक्ता नहीं है, साथ ही जानकारी दी कि ऐसे कैदियों को सरकार की और से विधिक सहायता के तहत अधिवक्ता की व्यवस्था की जाती है। उक्त शिविर के आयोजन के दौरान जिला कारागृह में 335 बंदियों एवं खुली जेल में 07 बंदीजन सहित कुल 342 कैदी मौजूद रहे। निरीक्षण के दौरान जिला जज एवं प्राधिकरण सचिव (अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश) ने कैदियों हेतु तैयार भोजन को जांचा और चखा। प्राधिकरण सचिव ने भोजन की गुणवत्ता को परखते हुए तारीफ की। जिला जज साहब ने भी जेल प्रशासन को इस हेतु बधाई देते हुए बंदीजनों को संबोधित किया कि किसी भी अपराध को करने के बाद समाज का दृष्टिकोण आपके लिए बदल जाता है। इसे पुनस्र्थापित करने और अपने प्रति समाज में विश्वास पैदा करने के लिये हमें अपराध के दलदल में नहीं जाना है और अपने भरसक प्रयासों से और अपनी इच्छा शक्ति को मजबूत बनाते हुए समाज में अपनी नई पहचान बनानी चाहिए। जेल प्रशासन के अनुसार कोरोना महामारी के चलते नियमित रूप से एक वरिष्ठ चिकित्सक और दो कम्पाउण्डर बंदीजनों को अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इस अवसर पर जेल प्रशासन में कुल 22 प्रहरी, 03 मुख्य प्रहरी, 01 अधीक्षक, 01 उप कारापाल एवं अन्य उपस्थित रहे। जिन्होंने प्राधिकरण द्वारा आयोजित केम्प तथा निरीक्षण में अपना सक्रिय योगदान दिया।