रेस्क्यू की गई वृद्ध मादा पैंथर ने पांच दिन बाद उदयपुर में तोड़ा दम वन विभाग ने कराया अंतिम संस्कार
जिले के धरियावद के वजपुरा गांव से 15 नवम्बर को रेस्क्यू किए गए वृद्ध मादा पैंथर ने उदयपुर के सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में उपचार के दौरान रविवार को दम तोड़ दिया। इस पर सूचना पर प्रतापगढ़ वन विभाग की टीम पहुंची और शव को प्रतापगढ़ लाया गया। वन विभाग ने सोमवार को यहां पोस्टमार्टम करवा अंतिम सस्ंकार किया।
उपवन संरक्षक सुनीलकुमार ने बताया कि 15 नवंबर शाम को धरियावद के वजपुरा गांव से एक वृद्ध मादा पैंथर को रेस्क्यू किया गया। इसे यहां जिला मुख्यालय स्थित रेस्क्यू सेंटर में लाया गया। चिकित्सकों की जांच में पाया गया कि इसके दांत टूटे हुए थे। अन्य दांत भी घिस गए थे। उम्र भी करीब 13 वर्ष की हो गई थी। जिससे यह शिकार करने में असमर्थ हो गई थी। इसको यहां चार दिन तक यहां रखा गया। इसके बाद 19 नवंबर सुबह पशु चिकित्सक जयप्रकाश परतानी की सहमति से तथा उच्च अधिकारियों से वार्ता कर उक्त मादा पैंथर को उदयपुर
के सज्जनगढ़ पार्क में सुरक्षित संभलाया गया। इसके बाद उपचार के दौरानउक्त मादा पैंथर की मृत्यु हो गई। इस पर रविवार रात को प्रतापगढ़ से वन विभाग के वाहन को भेजा गया। जहां से मादा पैंथर के शव को प्रतापगढ़ लाया गया।
यहां सोमवार को संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग के 3 चिकित्सकों की टीम का गठन किया गया। टीम ने पैंथर के शव का पोस्टमार्टम किया गया। इस मौके पर उपवन संरक्षक सुनीलकुमार, थाना अधिकारी रविंद्रसिंह, तहसीलदार सतीश पाटीदार, पार्षद लीलादेवी, रेंजर दारासिंह राणावत, वनपाल भूपेंद्रसिंह शक्तावत सहायक वनपाल ओमप्रकाश धोबी, दीपक मीणा, सुनील मीणा, वनरक्षक सुनील लबाना, दलबीरसिंह, पुष्कर मीणा, हीरालाल मीणा आदि की उपस्थिति में अंतिम संस्कार किया गया।