प्रतापगढ़ में मूसलाधार बारिश का कहर, धरियावद की करमोचिनी नदी में बड़ा जलस्तर, प्रतापगढ़- बांसवाड़ा मार्ग के ऊपर से बहने लगा 4 फीट पानी
प्रतापगढ़ जिले के धरियावद में बीती रात हुई मूसलाधार बारिश के बाद रविवार सुबह करमोचीनी नदी उफान पर बहने लगी है। रविवार सुबह 6 बजे नदी के उफान के बाद धरियावद से बांसवाड़ा जाने वाला रास्ता भी बंद हो गया है। जिसकी वजह से बड़ी संख्या में राहगीरों को नदी किनारे ही पानी का वेग कम होने का इंतजार करना पड़ रहा है।हालांकि इस दौरान बड़ी संख्या में धरियावद के लोग भी नजारा देखने के लिए नदी किनारे पहुंच रहे हैं।
दरअसल, इस बार मानसून के प्रवेश के 4 सप्ताह बीत जाने के बाद भी प्रतापगढ़ जिले में उम्मीद के मुताबिक बारिश नहीं हुई थी। लेकिन बीते 24 घंटे में मानसून प्रतापगढ़ में फिर से सक्रिय हुआ है। ऐसे में मानसून की पहली मूसलाधार बारिश ने ही शहरवासियों को तरबतर कर दिया है। जिसके बाद जिले के नदी नाले भी उफान पर आ गए हैं। इससे प्रतापगढ़ के लोगों को जहां गर्मी से राहत मिली है। वहीं सूखते जाखम बांध में पानी की आवक शुरू होने के बाद जलदाय विभाग की परेशानी भी कम होने लगी है।
4 फीट ऊपर पुलिया तक बह रहा पानी
राजस्थान के प्रतापगढ़ में हुई बारिश की वजह से करमोचीनी नदी का जलस्तर 4 फीट ऊपर पुलिया तक बह रहा है। जिसकी वजह से पुलिया से आम लोगों और वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है। वहीं धरियावद में नदी का बहाव तेज होने की वजह से कई इलाकों में संपर्क टूट गया है। जिसके बाद आपदा राहत विभाग की टीम की नदी किनारे मोर्चा संभाल रही है। हालांकि प्रतापगढ़ के लोग मानसून की मेहरबानी से खासे खुश हैं। उनका कहना है कि लंबे इंतजार के बाद इंद्रदेव अब मेहरबान हुए हैं। जिससे राहत की बूंदों के साथ नदियों का पानी भी बह रहा है।