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25साल की शिक्षिका दर्दनाक मौत, जांच से पहले ही क्लीनचिट, ढाई साल पहले जिंदा जल गया व्यापारी, जांच अब तक चल रही

Banswara
25साल की शिक्षिका दर्दनाक मौत, जांच से पहले ही क्लीनचिट, ढाई साल पहले जिंदा जल गया व्यापारी, जांच अब तक चल रही
@HelloPratapgarh - Banswara -

एसई: किसी तरह की लापरवाही नहींएईएन: हादसाें को राेक नहीं सकते हैं

कलिंजरा क्षेत्र के नाैगामा गांव में शुक्रवार सुबह 10:15 बजे हाईटेंशन लाइन (11 केवी) टूटकर स्कूटी सवार बागीदाैरा निवासी 26 वर्षीय शिक्षिका नीलम पादीदार पर गिर गई। स्पार्किंग से नीलम के कपड़ाें और स्कूटी में अाग लग गई। आग महज चंद मिनटाें में ही तेजी से फैल गई अाैर नीलम जिंदा जल गई। नीलम पेशे से तृतीय श्रेणी सरकारी शिक्षिका थी। हादसे काे लेकर डिस्काॅम की लापरवाही सामने आई है। जहां घटना काे गंभीर बताते हुए डिस्काॅम के चीफ इंजीनियर जीके पारीख ने जांच के अादेश दिए है, वहीं दूसरी अाेर एसई अारआर खटीक ने जांच से पहले ही इसमें किसी की भी लापरवाही काे नकारते हुए इसे महज एक हादसा बताया है।
वहीं बागीदाैरा एईएन अमित खन्ना ने ताे इससे भी एक कदम अागे जाकर हादसे की वजह इंसुलेटर में ब्लाॅस्ट हाेना बताते हुए कहा कि एेसे हादसाें काे राेका ही नहीं जा सकता। अधिकारियों के बयानों से जांच पर उनकी मंशा पर ही सवाल खड़े हो गए हैं।


पुलिस ने दिखाई संजीदगी
करंट के डर की वजह से लोग पास में नहीं जा रहे थे। कलिंजरा थाने के पुलिस कर्मियाें ने हिम्मत दिखाते हुए जल रही स्कूटी काे घसीटते हुए मृतका के शरीर से अलग किया। इसके बाद मृतका के शरीर काे कपड़े में लपेटकर एबुलेंस की मदद से अस्पताल पहुंचाया। ग्रामीणों ने बिजली विभाग की लापरवाही पर आक्रोष जताया।

प्रत्यक्षदर्शी... बारिश हाे रही थी, करंट का डर था, अग्निशमन यंत्र से अाग बुझाई नहीं होती ताे पूरी बाॅडी जल जाती: राजू, पेट्रोल पंप मैनेजर
सुबह करीब 10:30 बजे थे। एक अाॅटाे ने अाते ही बताया कि सड़क पर गाड़ी में अाग लगी है अाैर काेई जल रहा है। यह सुनते ही मैं माैके की तरफ भागा। वहां देखा ताे स्कूटी जल रही थी अाैर एक महिला अाेंधे मुंह पड़ी थी अाैर वह भी जल रही थी। वह बिलकुल भी हिलडुल नहीं रही थी। क्याेंकि, सड़क पर और काेई वाहन नहीं था। महिला के नीचे बिजली का तार दबा हुअा था। इसलिए हम समझ गए थे कि हादसा तार टूटने से हुअा। लाेग भी इकट्ठा हाे गए थे। हल्की बारिश गिर रही थी। एेसे में करंट के डर से काेई पास नहीं गया। तार से पहले महिला के कपड़ाें में अाग लगी अाैर फिर स्कूटी में फैल गई। अाग इतनी तेजी से फैली की उसने चंद मिनटाें में ही महिला अाैर स्कूटी काे अपनी चपेट में ले लिया। मैं दाैड़कर वापस पैट्राेल पंप गया। जहां डिस्काॅम के इलेक्ट्रीशियन को काॅल करके सप्लाई बंद करने के लिए कहा। इसके बाद पंप पर पड़ा फायर एक्सटेंग्यूशर लिया अाैर माैके पर जाकर फायर किया। जिससे अाग बुझ गई। लेकिन, तब तक स्कूटी अाैर महिला का शव बुरी तरह झुलस चुके थे। महिला ने हेलमेट पहन रखा था। लाेगाें में से किसी ने महिला के शव पर सफेद कपड़ा डाल दिया क्याेंकि, कपड़े जल चुके थे। किसी की एेसी दर्दनाक माैत में ताउम्र नहीं भूल पाऊंगा।

जिम्मेदाराें के गैर जिम्मेदाराना जवाब...
11 केवी लाइन 5-6 साल पहले ही खींची थी। फीडर पर लाेड भी नहीं था। लाइन से महज पाॅलिटैक्नीक काॅलेज अाैर वाॅटर बाॅक्स में ही कनेक्शन दे रखा था। बारिश में भी पानी घुसने पर इंसुलेटर फट जाता है। हादसा उसी से हुआ हाेगा। इसमें काेई कह नहीं सकते। इसी इंसुलेटर ने मानसून सीजन भी निकाल दिया। यह इत्तेफाक था कि तार टूटा अाैर उसी दाैरान महिला का वहां से गुजरना हुअा। इसे राेका नहीं जा सकता। अमित खन्ना, एईएन, बागीदाैरा

काेई लापरवाही नहीं हुई। इस हादसे में हमारे किसी भी कर्मचारी की गलती या लापरवाही नहीं है। हादसा हुअा है। मृतक के अाश्रिताें काे नियमानुसार जो भी मुअावजा बनता है वह दिलाएंगे। अारआर खटीक, एसई

दो साल पहले तृतीय श्रेणी शिक्षिका बनी, आगे बढ़ने की ललक, द्वितीय श्रेणी की शुरू की तैयारी
पढ़ाई में हाेशियार नीलम ने गुजरात की एमएस यूनिवर्सिटी से बीएससी की थी। सरकारी नाैकरी के ट्रेंड काे देखते हुए फिर बीएड की। पहली ही परीक्षा पास कर सरकारी नाैकरी भी हासिल कर ली। लेकिन उसका लक्ष्य यहां थमना नहीं था। वर्ष 2018 में नीलम की तृतीय श्रेणी शिक्षक की नाैकरी लगी। नीलम गणित-विज्ञान की टीचर थी। अभी परिविक्षा काल भी पूरा नहीं हुअा अाैर नीलम सैकंड ग्रेड की तैयारी में जुट गई थी। पति की बड़ाैदा में नाैकरी हाेने अाैर परिवार की अार्थिक स्थिति ठीक हाेने के बावजूद नीलम काे अागे बढ़ने की ललक थी। देवर प्रतीक बताते है कि भाभी काे पढ़ने का बेहद शाैक था अाैर हमेशा दूसराें की चिंता करती थी। इस हादसे ने उसकी 5 साल की मासूम बेटी रुही के सिर से मां का साया छीन लिया। घटना ने पूरे परिवार काे सदमे में ला दिया है। पति कल्पेश पाटीदार बड़ाैदा में निजी कंपनी में कार्यरत है।

सात साल पहले सास की भी सड़क हादसे में माैत
शिक्षिका की सास कुरी देवी की भी सात साल पहले सड़क हादसे में माैत हाे चुकी है। कुरी देवी पति के साथ बाइक पर चाैखला जा रही थी। रास्ते में बंदर ने बाइक पर छलांग लगा दी। जिससे संतुलन बिगड़ने पर दाेनाें नीचे गिर पड़े। हादसे में घायल कुरी देवी की माैत हाे गई।
 

जांच का नमूना... ढाई साल पहले जिंदा जल गया व्यापारी, जांच अब तक चल रही
तार टूटने से किसी की माैत का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले 22 मार्च, 2018 काे कुशलगढ़ के पाेटलिया में एेसा ही हादसा हुअा था। जहां कंबल विक्रेता सेवाराम बाइक पर कंबल की गठरी लेकर जा रहा था। बाईपास पर पहुंचने पर 11केवी का तार टूटकर उसकी बाइक पर जा गिरा। स्पार्किंग से अाग लग गई अाैर व्यापारी जिंदा जल गया था। इस घटना के ढाई साल से ज्यादा वक्त गुजर चुका है लेकिन अभी भी डिस्काॅम की जांच पूरी नहीं हुई है। एेसे में मुअावजा राशि ताे दूर मृतक की माैत की असल वजह तक ही डिस्काॅम की जांच नहीं पहुंच पाई है। इस संबंध में कुशलगढ़ के एईएन केसी जाजाेरिया ने बताया कि प्रकरण की जांच चल रही है। जांच पूरी हाेने पर मुअावजा राशि दे दी जाएगी। हाल ही में 15 दिन पहले टिमेड़ा बस स्टैंड पर कपास से भरे एक ट्रक काे काफी नीचे तक झूल रहा 11केवी का तार छू जाने से खड़े ट्रक में अाग लग गई थी।
 

नियम: डिस्काॅम लापरवाह साबित ताे 5 लाख का जुर्माना
करंट लगने से हाेने वाले हादसाें में मुअावजे का भी प्रावधान है। इसके लिए विभागीय अधिकारियाें की अाेर से घटना की जांच कराई जाती है। जिसमें घटना के असल कारण अाैर लापरवाही का पता चलता है। डिस्काॅम की लापरवाही से माैत की पुष्टी पर 5 लाख तक का मुअावजा मिलता है। वहीं झुलसने पर मेडिकल रिपाेर्ट पर मुअावजे का प्रावधान है। वहीं लापरवाही से हादसे में अगर किसी की माैत हाे जाती है ताे अाईपीसी की धारा 304 में भी प्रकरण दर्ज किया जा सकता है। धारा 304 उन मामलों में लगाई जाती है, जहां आरोपी का नीयत किसी की हत्या करने की न हो या ऐसे मामले जिनमें किसी की मौत तो होती है, पर उसमें किसी का इरादतन दोष नहीं होता। इस धारा के तहत आने वाले मौत के मामलों में 10 वर्ष की सजा का प्रावधान है। पुलिस जांच में अगर किसी की लापरवाही पाई जाती है तब भी यह धारा जाेड़ी जा सकती है।
शिक्षिका नीलम पति कल्पेश पाटीदार और 5 साल की बेटी रुही के साथ। (फाइल फोटो)

 

डिस्काॅम के जिम्मेदार अधिकारियाें के खिलाफ मुकदमा होना चाहिए

बागीदौरा की शिक्षिका नीलम पाटीदार की 11 केवी बिजली लाइन की चपेट में आने से दर्दनाक मौत पर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता विकेश मेहता ने संवेदना प्रकट करते हुए डिस्कॉम के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। मेहता ने कलेक्टर से मांग की है कि कई कस्बों मंे बिजली विभाग की लापरवाही के कारण लोगों और मवेशियों की जान खतरे में रहती है। मेहता ने कहा कि इस हादसे की पूरी जानकारी मानवाधिकार आयोग को भेजी जाएगी।

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