जिस सीरिंज से लोगों की जान बचाता था, उसी में जहर भरकर डूंगरपुर के मेल नर्स ने खुद की जान दी
- हिरणमगरी थाना क्षेत्र के सबसिटी सेंटर की दुकान के बाहर लावारिस हालत में मिला शव
- मृतक के पिता डूंगरपुर एसपी कार्यालय में वरिष्ठ लिपिक, मृतक शादीशुदा और इकलौता
पिछले चार साल से कई मरीजों की जान बचाने वाले आरएनटी के मेल नर्स का हाथ में पोटेशियम क्लोराइड का इंजेक्शन लगाकर जान देने का मामला सामने आया है। आरएनटी के हिरणमगरी सेटेलाइट हॉस्पिटल में कार्यरत और नवाडेरा, डूंगरपुर निवासी द्वितीय श्रेणी मेल नर्स उमेश दोशी (30) का लावारिस हालत में सबसिटी सेंटर की एक दुकान के बाहर पड़ा शव मिला। पास ही पोटेशियम क्लोराइड का खाली इंजेक्शन मिला और उसके बाएं हाथ की नस में इंजेक्शन का निशान दिखा। उसकी बाइक भी वहीं पास में खड़ी मिली। पुलिस के अनुसार मामला खुदकुशी का लग रहा है फिर भी हर पहलू से जांच की जा रही है।
हिरणमगरी थानाधिकारी डॉ. हनुवंत सिंह राजपुरोहित ने बताया कि सबसिटी सेंटर के कन्हैयालाल सुहालका ने दुकान के बाहर शव पड़ा हाेने की सूचना दी थी। इस पर जाब्ता माैके पर पहुंचा और मृतक के पास से मिली आईडी से पहचान की। इसके बाद शव काे माेर्चरी में रखवाकर परिजनाें काे सूचना दी। घटना की सूचना फैलने पर परिजन सहित हाॅस्पिटल स्टाफ के लाेग भी माेर्चरी पहुंचे। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों काे साैंपा। परिजनों ने पूछताछ में हत्या की आशंका भी जताई। इस पर पुलिस हर पहलू की जांच करने में जुट गई।
पत्नी के साथ गोलगप्पे भी खाए थे, फिर बिना बताए निकल गया
मृतक के परिजनाें ने पूछताछ में बताया कि उमेश 2016 में सरकारी सेवा में आया था और अपनी पत्नी और बच्चों के साथ पहले सेक्टर-11 में किराए से रहता था और हाल ही प्रभात नगर सेक्टर-5 में शिफ्ट हुआ था। उन्हाेंने रात को पत्नी के साथ गोलगप्पे खाने के लिए जाने की बात बताई और कहा कि इसके बाद वाे बिना बताएं ही घर से निकल गया था। परिजनों ने हत्या की आशंका भी जताई है। उमेश आरएनटी के बड़ी हॉस्पिटल में तैनात था, पिछले 11 माह से हिरणमगरी सेटेलाइट अस्पताल में डेपुटेशन पर सेवाएं दे रहा था।