कोरोना को हराने बच्चों को भी मिला सुरक्षा कवच, बड़ों के वेक्सिनेशन में अव्वल रहने वाला प्रतापगढ़ बच्चों को पहली डोज देने में राजस्थान में नंबर वन
जिले में 15 से 18 वर्ष तक के बच्चों को काेरोना संक्रमण से बचाने के लिए लगाए जा रहे को-वैक्सीन की पहली डोज लगाने में भी अव्वल रहकर प्रतापगढ़ जिले ने एक बार फिर से कीर्तिमान बनाय है. जिले में इस आयु वर्ग के 71482 बच्चे हैं. इनमें से अब-तक 29889 बच्चों का टीकाकरण हो चुका है. आज जयपुर से आई रिपोर्ट के आधार पर राजस्थान में बच्चो सबसे अधिक टिके लगाने के मामले में एक बार फिर से प्रतापगढ़ अव्वल आया है. इससे पहले 18 साल से अधिक टीकाकरण के मामले में पहली डोज के शतप्रतशत टीकाकरण के बाद दूसरी डोज में अव्वल रहने के बाद प्रतापगढ़ ने अब बच्चों को टिका लगाने में भी राजस्थान के बिछड़े जिले की श्रेणी में आने वाले प्रतापगढ़ जिले को नई पह्चान दी है. टीकाकरण की इस रफ्तार की बदौतल प्रतापगढ़ वैक्सीनेशन में प्रदेश में अव्वल जिला इस बार भी बच्चों को टिका लगाने में भी प्रदेश में नंबर वन पर आ गया है. प्रतापगढ़ जिले में बनाये गए टीकाकरण के सेंटर पर टीका लगवाने के बाद बच्चों ने सेल्फी भी ली और कोरोना को हराने की कड़ी में शामिल होने पर गर्व महसूस किया. वैक्सीन के जिला नोडल अधिकारी डॉ. दीपक कुमार मीणा ने बताया कि कोरोना को हराने के लिए बच्चों को भी सुरक्षा कवच में आना बेहद जरूरी है. ऐसे में 15 से 18 वर्ष की उम्र के अधिकाधिक किशोर टीका लगाने में हम किसी भी प्रकार की कोई कोताई नहीं बरत रहे है.