तीसरी लहर के लिए डूंगरपुर की तैयारी: कोरोना संक्रमितों के लिए अस्पतालों में 3000 ऑक्सीजन बेड तैयार मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 4 और सागवाड़ा में दो ऑक्सीजन प्लांट बनाए
मेडिकल कॉलेज कोविड अस्पताल में सभी बेड पर हाई फ्लो ऑक्सीजन, आईसीयू, वेंटीलेटर, ऑक्सीजन के 600 सिलेंडर वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर रिजर्व किए, जब सभी बेड भर जाएंगे और ऑक्सीजन बैंक भी खाली हो जाएंगे तब करेंगे इनका उपयोग जयपुर, जोधपुर, अजमेर व उदयपुर के बाद अब हमारे डूंगरपुर जिले में भी संक्रमितों के केस सामने आने लगे हैं। कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के संकेत मिलने के बाद जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमितों के इलाज को लेकर की पूर्व में की तैयारियों को फिर व्यवस्थित करना शुरू कर दिया है। मंगलवार को दैनिक भास्कर ने तैयारियों का जायजा लिया तो इंतजाम व्यवस्थित मिले हैं। जहां मरीजों को सीधा भर्ती कर इलाज शुरू करना है। जिले में 3 हजार बेड मेडिकल ऑक्सीजन के व्यवस्थित किए हैं। जबकि मेडिकल कॉलेज कोविड अस्पताल में 335 बेड हाईफ्लो ऑक्सीजन वाले, 10 बैड एनआईसीयू व 20 बैड आईसीयू के लगाए हैं। इसके अलावा 1500 कंसेंट्रेटरों से जिला मुख्यालय व सीएचसी पीएचसी ऑक्सीजन बैंक बनाई है। ऑक्सीजन की उपलब्धता पूरी करने के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 4 व सागवाड़ा में 2 ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए हैं। ऑक्सीजन के 600 सिलेंडर वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर रिजर्व किए हैं। जब अस्पतालों में ऑक्सीजन के सभी बेड भर जाएंगे और ऑक्सीजन बैंक भी खाली हो जाएंगे तब इन सिलेंडरों का उपयोग किया जाएगा। इसके अलावा दवाओं का भंडारण भी जनसंख्या के हिसाब से पर्याप्त मात्रा में किया गया है। स्वाइन फ्लू के लिए 1.25 लाख टेमीफ्लू, मलेरिया के लिए 2 लाख क्लोरोक्वीन, 50 हजार प्रीमाक्वीन, जुकाम-खांसी-बुखार के लिए 17 लाख एजीथ्रोमाइसिन, 8 लाख एंटीकोल्ड, विशेष परिस्थिति के लिए 2500 आरटीसुनेट इंजेक्शन का भंडारण जिला ड्रग वेयर हाउस, मेडिकल कॉलेज अस्पताल, सीएचसी व पीएचसी पर किया है। संभावित तीसरी लहर के संक्रमण को देखते हुए इस बार 3 हजार बेड ऑक्सीजन के तैयार किए गए हैं, क्योंकि दूसरी लहर में ऑक्सीजन की मारामारी ज्यादा रही थी।
जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग के अधिकारियों ने आमजनता से अपील की है कि अगर उनका कहीं बाहर आना-जाना होता है या फिर किसी संक्रमित के संपर्क में आते तथा उनमें संक्रमण के लक्षण दिखते हैं तो तत्काल ही मेडिकल कॉलेज के श्री हरिदेव जोशी सामान्य अस्पताल, उप जिला अस्पताल सागवाड़ा पहुंचकर आरटीपीसीआर जांच कराएं। लक्षणों को छिपाएं नहीं, घबराएं नहीं। मेडिकल स्टोरों से दवा लेकर लक्षणों को दबाने का प्रयास तो कतई न करें। इससे आपकी जान को तो खतरा होगा ही साथ ही आपके संपर्क में आए लोग भी सुरक्षित नहीं रह पाएंगे। संक्रमण के लक्षण है तो 5-7 दिन की दवा का कोर्स दिया जाएगा।
डूंगरपुर। गुजरात व महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमितों के केस बढऩा शुरू हो गए हैं। खासकर अहमदाबाद और मुंबई में हर रोज दहाई के अंकों में केस मिलने लगे हैं। इन केसों के साथ हमारी चिंता इसलिए बढ़ने लगी है क्योंकि हमारे डूंगरपुर जिले के करीब ढाई लाख लोग इन्हीं राज्यों में रोजगार करते हैं। कोरोना की पहली और दूसरी लहर इन्हीं प्रवासियों की वापसी से फैली थी। वहां पर केस बढऩे से इन प्रवासियों की कभी भी वापसी शुरू हो सकती है। आशा और एएनएम को निर्देशित किया है कि वो अपने-अपने क्षेत्र में प्रतिदिन भ्रमण करते हुए प्रवासियों की वापसी पर निगाह रखें। एडीएम कृष्णपाल सिंह चौहान ने बताया कि जिले में किस गांव में कितने प्रवासी है, इसका डाटा संक्रमण की पहली और दूसरी लहर के दौरान किए गए सर्वे रिपोर्ट में हमारे पास पहले से ही है। संक्रमण की दोनों लहरों में जिले में प्रवासियों से ही संक्रमण फैला था। इस बार भी कुवैत से आने वाले संक्रमण को लेकर आए हैं।